पाश्चात्य काव्यशास्त्रीय वाद और उनके प्रवर्तक
1. अनुकरण सिद्धांत - प्लेटो
2. दैवीय प्रेरणा सिद्धांत - प्लेटो
3. विरेचन सिद्धांत - अरस्तू
4. अनुकरण सिद्धांत - अरस्तू
5. त्रासदी सिद्धांत - अरस्तू
2. दैवीय प्रेरणा सिद्धांत - प्लेटो
3. विरेचन सिद्धांत - अरस्तू
4. अनुकरण सिद्धांत - अरस्तू
5. त्रासदी सिद्धांत - अरस्तू
6. उदात्तवाद - लोंजाइनस
7. अभिव्यंजनावद - क्रोचे
8. नवशास्त्रवाद - होरेस
9. औचित्य सिद्धांत - होरेस
10. स्वच्छंदतावाद - विलियम वर्ड्सवर्थ
11. काव्यभाषा सिद्धांत - विलियम वर्ड्सवर्थ
12. कल्पना सिद्धांत - कॉलरिज
13. फैंटेसी सिद्धान्त - कॉलरिज
14. द्वन्द्ववाद - हीगेल
15. वस्तुनिष्ठ समीकरण का सिद्धान्त - टी.एस.इलियट
16. निर्वैयक्तिकता का सिद्धान्त - टी. एस.इलियट
17. परम्परा की परिकल्पना का सिद्धान्त - टी. एस. इलियट
18. मूल्य सिद्धांत - आई. ए. रिचर्डस
19. संप्रेषण सिद्धांत - आई. ए. रिचर्डस
20. काव्य भाषा सिद्धांत - आई. ए. रिचर्डस
21. द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद - कार्ल मार्क्स
22. मार्क्सवादी यथार्थवाद - कार्ल मार्क्स
23. रूसी रूपवाद - रूसो
24. यथार्थवाद - कार्वे एवंं फ्लावेयर
25. महान यथार्थवाद - जार्ज लुकाच
26. प्राकृत यथार्थवाद - एमीली जोला
27. विडम्बना - क्लींथ ब्रुक्स
28. विसंगति - क्लींथ ब्रुक्स
29. अंतर्विरोध - क्लींथ ब्रुक्स
30. तनाव - एलन टेट
31. संरचनावाद - प्रो. फर्निनाद सस्यूर
32. उत्तरसंरचनावाद - ज्यॉक दारिदा
33. प्रतीकवाद - बादलेयर
34. बिम्बवाद - टी. ई. ह्यूम
35. अजनबीपन - स्केलोवस्की
36. विखंडनवाद - ज्यॉक दारिदा
37. उत्तर आधुनिकवाद - फ्रांसीसी विद्वान फ्रांसुआ ल्योतार
38. प्रतीकवाद - बादलेयर
39. यथार्थवाद - कार्वे
40. नई समीक्षा - एस. ई. स्पिनगार्न
41. एम्बीगुइटी, अनेकार्थता - विलियम एम्पसन
42. सार्वभौमिक मूर्तविधान - वी. के. विम्साट
43. मिथकीय समीक्षा - नार्थप फ्राई
44. अंतश्चेतनावादी यथार्थवाद - लारेंस
45. फ्रायडियन यथार्थवाद/मनोवैज्ञानिक यथार्थवाद - फ्रायड
46. कुत्सित यथार्थवाद - फ्लावर्ट
47. दार्शनिक यथार्थवाद - डेकार्ट और लॉक
48. आइरनी - रॉबर्ट पेन वारेन