जाने इस वर्ष 2023 में दिवाली कब है, इसे जानने के लिए हमारी पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। दिवाली क्यों मनाया जाता है तथा दिवाली का महत्व को भी जाने:-
दीपावली का अर्थ
दीपावली संस्कृत के दो शब्दो के आयोग से मिलकर बाला है दीपावलिः = दीप + आवलिः, आवलि मतलब पंक्ति, अर्थात् पंक्ति में रखे हुए दीपक। दीपावली प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है।यह भारत वर्ष के सबसे बड़े व सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। आध्यात्मिक दृष्टि से यह त्यौहार 'अन्धकार पर प्रकाश की विजय' को दर्शाता है।
दीपावली क्यों मनाया जाता है
ऐसी मान्यता है कि कार्तिक की अमावस्या को भगवान श्री राम अपने 14 वर्ष के बाद रावण का वध करके अपने नगर अयोध्या वापस लेते थे। उनके स्वागत के लिए अयोध्या के लोगो ने घी के दिए जलाए और पूरी नगरी को प्रकाशमान कर दिया। उस दिन से हर वर्ष दिवाली का त्यौहार भारत वर्ष के साथ साथ पूरे विश्व में मनाया जाता है।
दीपावली का महत्व
दिवाली दियो का त्यौहार है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह जैसे आमावस्या की काली अंधेरी रात को रोशन कर देता है वैसे ही मान्यता है कि इस त्यौहार पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश को पूजा करने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अलावा भी इस त्यौहार का आर्थिक और सामाजिक महत्व भी है। दिवाली के आने मात्र से बाजार में चहल पहल बड़ जाती है। दुकानदारों को व्यापार में मुनाफा होता है साथ ही इस पर्व पर सभी लोग आपस में मिठाई बांटकर एक दूसरे के साथ प्यार बांटते है जिससे सामाजिक दूरियां भी काम होती है।
दिवाली 2023 तिथि (Diwali 2023 Tithi)
दिवाली कार्तिक की अमावस्या को मनाया जाता है, इस वर्ष दिवाली निम्न दिनांक व तिथि को आ रही है।
कार्तिक अमावस्या
तिथि का प्रारंभ - 12 नवंबर 2023, दोपहर 02:44 से
तिथि की समाप्ति - 13 नवंबर 2023, दोपहर 02:56 तक
दिवाली 2023 माता लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त (Diwali 2023 Puja Muhurat)
लक्ष्मी पूजा (प्रदोष काल समय) - शाम 05.39 - रात 07.35 तक (12 नवंबर 2023)
वृषभ काल - शाम 05:39 - रात 07:35 तक
लक्ष्मी पूजा (निशिता काल समय) - 12 नवंबर 2023, रात 11:39- 13 नवंबर 2023, प्रात: 12:32 तक
सिंह लग्न - प्रात: 12:10 - प्रात: 02:27 तक (13 नवंबर 2023)
इस वर्ष 2023 में दिवाली की तिथि, महत्व तथा अन्य के बारे में जानकर कैसा लगा, हमे कमेंट करके जरूर बताइए।