हेलो दोस्तो, आज हम आपके लिए भारत के 10 सबसे अमीर आदमी की सूची लेकर आये है। जिन्होंंने भारत ही नहीं दुरी दुनिया में अपना नाम रोशन किया। यह भारत के तो अमीर व्यक्तियों कि लिस्ट में तो आते ही है, साथ ही इनका विश्व स्तर पर भी कई बार शीर्ष लोगों की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। तो आइये बिना देर किये मिलते है Top 10 Indian Richest Person
१. मुकेश धीरूभाई (Mukesh Dhirubhai Ambani)
जन्म : 28 दिसम्बर, 1932/ चोरवाड़, गुजरात
व्यवसाय/पद: रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक
संपत्ति: US$90 billion
मुकेश और छोटे भाई अनिल रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक स्वर्गीय धीरू भाई अम्बानी के पुत्र हैं। साथ ही मुकेश इंडियन प्रीमियर लीग की टीम मुंबई इंडियंस के स्वामी भी हैं।
२. गौतम अदाणी (Gautam Shantilal Adani)
जन्म : 24 जून 1962/ अहमदाबाद, गुजरात
व्यवसाय/पद: अदानी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष
संपत्ति: US$ 90 billion
गौतम अदाणी एक भारतीय उद्यमी है जो अदानी समूह के अध्यक्ष हैं। अदानी समूह कोयला व्यापार, बंदरगाहों, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक, कोयला खनन, तेल एवं गैस खोजबिजली उत्पादन एवं पारेषण और गैस वितरण में फैले कारोबार को सम्भालने वाला विश्व स्तर का एकीकृत बुनियादी ढ़ाँचा है। 33 वर्षों के व्यापार अनुभव के के साथ, गौतम अदाणी प्रथम पीढ़ी के उद्यमी हैं जिन्होंने अपेक्षाकृत लघु समय में $ 200 अरब का पेशेवर कारोबारी साम्राज्य आदानी समूह का नेतृत्व करने वाले एक मामूली पृष्ठभूमि के व्यक्ति हैं। उन्हें व्यापार-परिवहन एवं परिवहन सम्बंधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विश्व भर के 100 सबसे प्रभावशाली व्यवसायियों में गिना जाता है।
३. शिव नाडार (Shiv Nadar)
जन्म: 18 जुलाई 1945/ तीरचेन्दुर, तमिलनाडु
व्यवसाय/पद: एचसीएल के संस्थापक
संपत्ति: US$ 28.7 billion
शिव नाडार भारत के प्रमुख उद्यमी एवं समाजसेवी हैं। वे एचसीएल टेक्नॉलोजीज और शिव नादर फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं प्रमुख रणनीति अधिकारी हैं। सन् २०१० में उनकी व्यक्तिगत सम्पत्ति ४.2 बिलियन अमेरिकी डालर के तुल्य है। उन्हें सन २००८ में भारत सरकार ने उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया। शिव नाडार पाँच देशों में, 100 से ज्यादा कार्यालय है। दुनिया भर के कंप्यूटर व्यवसायियों, उपभोक्ताओं का विश्वास - शिव नाडार अगर सबकी अपेक्षाओं पर खरे उतरते हैं, तो इसके केंद्र में उनकी मेहनत, योजना और सूझबूझ ही है।
नादर ने सर्वप्रथम अपने करियर की शुरूआत पुणे में वॉलचंद ग्रुप कूपर इंजीनियरिंग के साथ की थी। इसके बाद 1967 में उन्होंने सात साथियों के साथ मिलकर माइक्रोकॉप नामक कंपनी बनाई और उसे बाद में टेलीडिजिटल कैलकुलेटर को बेच दिया | 2008 में उन्हें आईटी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया। यही नहीं मद्रास यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि भी दी।
४. राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani)
जन्म : 1 जनवरी, 195/ बीकानेर, राजस्थान
व्यवसाय/पद: डी मार्ट के संस्थापक
संपत्ति: US$ 20 billion
राधाकिशन एक भारतीय निवेशक तथा डी मार्ट के संस्थापक हैं। फ़रवरी २०२० में मुकेश अम्बानी के बाद 1.35 लाख करोड़ रूपए के साथ वे भारत के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति बन गए थे।
उनका जन्म 1954 में बीकानेर में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ था। उनके पिताजी शिवकिशनजी दमानी भी स्टॉक मार्किट में काम करते थे। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से पढाई शुरू की थी लेकिन उन्होंने बैचलर ऑफ़ कॉमर्स की पढाई पूरी नहीं कर पाये क्योंकि उन्हें स्वयं का व्यापार करना था।
भारतीय शेयर बाजार में सबसे बड़े इंडिविजुअल अर्थात् व्यक्तिगत निवेशक राधाकिशन दमानी का ही हैं। उन्हें राकेश झुनझुनवाला भी अपना 'गुरु' मानते हैं|
अप्रैल 2021 में राधाकिशन दमानी ने दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल्स में 1,001 करोड़ रुपये का घर खरीदा है, जिसे देश का सबसे महंगे घरों में से एक बताया जा रहा है। उन्होंने ये अपने छोटे भाई गोपीकिशन दमानी के साथ मिलकर यह प्रॉपर्टी खरीदी है|
५. सावित्री देवी जिंदाल (Savitri Devi Jindal)
जन्म : २० मार्च, १९५० / तिनसुकिया गांव, असम
व्यवसाय/पद: ओपी जिंदल ग्रुप की अध्यक्ष
संपत्ति: US$13.1 billion
सावित्री देवी जिंदाल ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सनप के अलावा हरियाणा सरकामें में मंत्री और हिसार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक भी रह चुकी है। उनके पति ओपी जिंदल की मृत्यु के बाद उनके बिजनेस और राननितिक विरासत को सभाला है। वह भारत ही नहीं अपितु पूरे एशिया की सबसे अमीर महिला अद्योगपति बन गई है। मध्यवर्गीय परिवार में जन्मी सावित्री जिंदाल ने शैक्षणिक योग्यता के नाम पर डिप्लोमा मात्र किया उसके बाद भी उन्होंने यह मुकाम हासिल किया। उनकी कुल संमत्ति लगभग ८९.४९ हजार करोड़ हैं।
क्या जानना चाहते हैं :-
६. डॉ॰ साइरस सोली पूनावाला (Dr.Cyrus Soli Poonawalla)
जन्म : १९४१/ पुणे, महाराष्ट्र
व्यवसाय/पद: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के संस्थापक
संपत्ति: US$24.3 billion
डॉ॰ साइरस सोली पूनावाला को "भारत के टीका सम्राट" के रूप में भी जाना जाता है। वे पूनावाला समूह के अध्यक्ष हैं, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (भारतीय बायोटेक कंपनी है जो बाल चिकित्सा टीके बनाती है) शामिल है। सीरम इंस्टीट्यूट 170 से अधिक देशों में टीके का निर्यात करता है और दुनिया के हर दूसरे बच्चे को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का टीका लगाया गया है। हुरून ग्लोबल रिच लिस्ट - 2019 ने डॉ॰ पूनावाला को 13 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ भारत में चौथे सबसे अमीर व्यक्ति और दुनिया में 100 वें स्थान पर रखा। हुरून ग्लोबल हेल्थकेयर रिच लिस्ट 2022 ने डॉ0 साइरस पूनावाला को प्रथम स्थान पर रखा है।
७. लक्ष्मी निवास मित्तल (Laxmi Niwas Mittal)
जन्म : १५ जून १९५०/ चूरु जिले के शादूलपुर, राजस्थान
व्यवसाय/पद: आर्सेलर मित्तल के सीईओ और चेयरमैन
संपत्ति: US$17.9 billion
मित्तल एल एन एम नामक उद्योग समूह के मालिक हैं। जो इस समूह का सबसे बड़ा व्यवसाय इस्पात क्षेत्र में है|
८. कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla)
जन्म : १५ जून १९५०/ मुम्बई, महाराष्ट्र
व्यवसाय/पद: आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष
संपत्ति: US$44.3 billion
कुमार मंगलम बिड़ला एक भारतीय उद्योगपति है और आदित्य बिड़ला ग्रुप के अध्यक्ष हैं, भारत में इनकी कंपनियों में शामिल हैं ग्रासिम, आदित्य बिड़ला नुवो, आइडिया सेल्युलर, हिंडाल्को, अल्ट्राटेक सीमेंट, आदित्य बिड़ला रिटेल और कनाडा में आदित्य बिड़ला मिनिक्स और बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स पिलानी) के वे कुलाधिपति हैं। कुमार मंगलम बिड़ला विभिन्न नियामक और व्यावसायिक बोर्डों पर कई महत्वपूर्ण और जिम्मेदार पदों पर रह चुके हैं और अभी भी हैं।
९. उदय सुरेश कोटक (Uday Surendra Kotak)
जन्म : जन्म 15 मार्च 1959/ मुंबई, महाराष्ट्र
व्यवसाय/पद: बैंकर और कोटक महिंद्रा बैंक के कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक
संपत्ति: US $14.3 billion
उदय सुरेश कोटक एक भारतीय बैंकर, कार्यकारी महाप्रबंधक और कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक हैं। 22 मार्च 2003 को, भारतीय रिज़र्व बैंक से बैंकिंग लाइसेंस प्राप्त करने वाली कोटक महिंद्रा फाइनेंस लिमिटेड भारत के कॉर्पोरेट इतिहास की पहली कंपनी बन गई।, जिसे बैंकिंग के लिए हरी झंडी मिली थी। वित्तीय सेवाओं के विभिन्न क्षेत्रों में, बिल छूट, स्टॉक ब्रोकिंग, निवेश बैंकिंग, कार वित्त, जीवन बीमा और म्यूचुअल फंड में प्रमुख उपस्थिति स्थापित की।
१०. दिलीप संघवी (Dilip Sanghvi)
जन्म : ०१ अक्टूबर १९५५/ गुजरात, जिला अमरेली
व्यवसाय/पद: फार्मास्युटिकल के संस्थापक एवं प्रबन्ध निदेशक
संपत्ति: US$15.6 billion
२०१५ में दिलीप संघवी सबसे धनी भारतीय बने। वे सन फार्मास्युटिकल के संस्थापक एवं प्रबन्ध निदेशक हैं। दिलीप शांघवी एक जैन परिवार सं संबंध रखते है। शांघवी ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की वढ़ाई की।
दिलीप संघवी, जैन धर्म के कारण शाकाहारी है व भारत की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी के मालिक है। दिलीप सांघवी को इंडिया टुडे द्वारा जारी की गई ऊंचे और असरदार लोगों की सूची में 8वें स्थान पर हैं। सन फार्मा ने कामयाबी की नई इबारत लिखते हुए 2014 में रैनबैक्सी लैबोरेटरीज का अधिग्रहण कर लिया था।
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